सर्दी (ठंड) में इम्यून सिस्टम कमजोर क्यों हो जाता है?

सर्दी (ठंड) में इम्यून सिस्टम कमजोर क्यों हो जाता है? यह एक आम सवाल है, और इसका जवाब विज्ञान पर आधारित है। 


असल में, ठंड का मौसम सीधे पूरे शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर नहीं करता, लेकिन यह ऊपरी श्वसन तंत्र (नाक और गले) में इम्यून प्रतिक्रिया को प्रभावित करता है, जिससे वायरस आसानी से संक्रमण फैला पाते हैं। आइए स्टेप बाय स्टेप समझते हैं:

1. नाक के अंदर का तापमान गिर जाता है:

•  जब हम ठंडी हवा में सांस लेते हैं, तो नाक के अंदर का तापमान सामान्य 37°C से गिरकर लगभग 33°C हो जाता है।  इससे नाक की कोशिकाओं में एक्स्ट्रासेलुलर वेसिकल्स (EVs) और एंटीवायरल प्रोटीन (जैसे नोसिसिन) का उत्पादन कम हो जाता है। ये EVs वायरस को नष्ट करने में मदद करते हैं।  नतीजा? वायरस (जैसे राइनोवायरस जो सर्दी-जुकाम का कारण बनते हैं) आसानी से फैल जाते हैं।

2. अन्य कारक जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं:

•  ड्राई एयर: सर्दियों में हवा सूखी हो जाती है, जो नाक की नमी घटाती है और वायरस के फैलाव को बढ़ाती है। 

•  कम विटामिन D: सूरज की रोशनी कम होने से विटामिन D की कमी होती है, जो इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी है। 

•  इंडोर टाइम बढ़ना: लोग घर के अंदर ज्यादा रहते हैं, जहां वायरस आसानी से फैलते हैं। 

•  वायरस का लंबा जीवित रहना: ठंड में कुछ वायरस लंबे समय तक जीवित रहते हैं। 

क्या करें बचाव के लिए?

•  नाक को गर्म रखें: स्कार्फ से मुंह-नाक ढकें।

•  हाइड्रेटेड रहें: ज्यादा पानी पिएं, ह्यूमिडिफायर इस्तेमाल करें।

•  विटामिन D लें: सूरज की रोशनी लें या सप्लीमेंट्स (डॉक्टर से पूछकर)।

•  हाथ धोएं और मास्क लगाएं: संक्रमण से बचें।

यह सब हाल के अध्ययनों (जैसे UCLA और हार्वर्ड के) पर आधारित है। अगर कोई स्पेसिफिक बीमारी है, तो डॉक्टर से सलाह लें! 

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