व्हाट्सएप के नए नियम क्या हैं? (2025 अपडेट्स, खासकर भारत में)

व्हाट्सएप के नियमों में हाल ही में कुछ बड़े बदलाव आए हैं, जो मुख्य रूप से भारत सरकार के नए टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी नियमों (Telecommunication Cybersecurity Amendment Rules, 2025) से जुड़े हैं। ये नियम नवंबर 2025 के अंत में जारी हुए और इनका उद्देश्य साइबर फ्रॉड, स्कैम और धोखाधड़ी को रोकना है। ये बदलाव व्हाट्सएप सहित टेलीग्राम, सिग्नल, स्नैपचैट जैसे मैसेजिंग ऐप्स पर लागू होते हैं।


मुख्य नए नियम विस्तार से:

  1. अनिवार्य SIM बाइंडिंग (Mandatory SIM Binding):
    • अब व्हाट्सएप अकाउंट हमेशा उस एक्टिव SIM कार्ड से जुड़ा रहना चाहिए, जिस नंबर से आपने रजिस्ट्रेशन किया था।
    • अगर फोन में वो SIM नहीं है (हटा दी गई, बदल दी गई, या इनएक्टिव है), तो व्हाट्सएप काम करना बंद कर सकता है।
    • पहले एक बार नंबर वेरीफाई करने के बाद SIM हटाकर भी Wi-Fi से व्हाट्सएप चलाया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
    • ये नियम साइबर क्रिमिनल्स को रोकने के लिए है, जो विदेश से बिना SIM के भारतीय नंबरों से स्कैम करते थे।
    • अपवाद: अगर आप रोमिंग पर हैं और SIM फोन में ही है, तो कोई समस्या नहीं।
  2. व्हाट्सएप वेब/डेस्कटॉप पर ऑटो लॉगआउट:
    • व्हाट्सएप वेब (ब्राउजर या डेस्कटॉप ऐप) पर हर 6 घंटे में ऑटोमैटिक लॉगआउट हो जाएगा।
    • दोबारा लॉगिन करने के लिए फोन से QR कोड स्कैन करना पड़ेगा।
    • ये ऑफिस यूजर्स या जो लंबे समय वेब वर्जन इस्तेमाल करते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा।
  3. लागू होने की समयसीमा:
    • ये नियम 28 नवंबर 2025 से जारी हुए हैं।
    • कंपनियों (जैसे मेटा) को इन्हें लागू करने के लिए 90 दिन (लगभग फरवरी 2026 तक) का समय दिया गया है।
    • उसके बाद ये पूरी तरह लागू हो जाएंगे।
  4. अन्य संबंधित बदलाव:
    • प्राइवेसी पॉलिसी पर कोर्ट का फैसला: दिसंबर 2025 में NCLAT (नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल) ने आदेश दिया कि व्हाट्सएप यूजर्स को डेटा कलेक्शन के लिए स्पष्ट ऑप्ट-इन और ऑप्ट-आउट ऑप्शन देना होगा। यूजर्स अपनी सहमति दे या वापस ले सकेंगे।
    • व्हाट्सएप की ग्लोबल टर्म्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं, लेकिन चैनल्स और अपडेट्स टैब के लिए कुछ सप्लीमेंटल टर्म्स अपडेट हुए हैं (जुलाई 2025 से)।
    • एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन अभी भी वैसा ही है – मैसेज प्राइवेट रहते हैं।

इन नियमों का असर:

  • सकारात्मक: साइबर फ्रॉड कम होंगे, क्योंकि स्कैमर्स को अब एक्टिव भारतीय SIM की जरूरत पड़ेगी।
  • नकारात्मक: आम यूजर्स को असुविधा – जैसे टैबलेट/सेकंडरी डिवाइस पर व्हाट्सएप चलाना मुश्किल, वेब पर बार-बार लॉगिन।
  • बिजनेस यूजर्स (व्हाट्सएप बिजनेस) को भी प्रभाव पड़ेगा, खासकर कस्टमर सपोर्ट टीम्स को।

ये बदलाव भारत-спेसिफिक हैं और सरकार की साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करने की कोशिश का हिस्सा हैं। अगर आप विदेशी नंबर से व्हाट्सएप यूज करते हैं, तो भारत में इस्तेमाल करने पर समस्या हो सकती है।

अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक DoT नोटिफिकेशन या व्हाट्सएप की वेबसाइट चेक करें। अगर कोई नया अपडेट आएगा, तो व्हाट्सएप ऐप में नोटिफिकेशन मिलेगा!

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